जय श्रीमन्नारनायण क्षरीरसनागर शय्, िुधवनार सवभूतभनाव्, ्य अरबवंदनाक्ष, े लरीलना बवहनाररी क 18 सवरूपों क बलए े नौका तविार मिोत्सव From 4:30 p.m.